Hindi good morning suvichar
सोचने से कहाँ मिलते हैं
तम्मनाओं के शहर,
चलने की ज़िद भी ज़रूरी है,
मंज़िलों के लिए।
-----------------------------------
*अपने पुण्य और दूसरों के पाप,*
*याद न रखने वाला व्यक्ति*
*सुख की नींद सोता है.*
-----------------------------------
तम्मनाओं के शहर,
चलने की ज़िद भी ज़रूरी है,
मंज़िलों के लिए।
-----------------------------------
*अपने पुण्य और दूसरों के पाप,*
*याद न रखने वाला व्यक्ति*
*सुख की नींद सोता है.*
-----------------------------------
Comments
Post a Comment